Description
वर्तमान भारत के नए कवियों व लेखकों में आलोक रंजन का नाम शुमार है।आलोक रंजन का जन्म 15 अगस्त 2003 को बिहार में कैमूर के सिरसी गांव में हुआ।इनके पिता का नाम राजवंश राम और माता का नाम संगीता देवी है।जो पेशे से एक शिक्षक हैं। बचपन से ही इनकी गहरी रूचि साहित्य के प्रति रही है। बाल्य अवस्था से ही कविताओं से खूब प्रेम है।लिखना करीब सातवीं कक्षा से ही आरंभ कर दिया। प्रारम्भ में सिर्फ कविताएं लिखते थे।अब कविता व कहानी के साथ शायरी व लेेख भी लिखते हैं।ये हजार से अधिक अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय अखबारों एवं पत्रिकाओं के लिए भी लिख चुके हैं।इनके कई सांझा संग्रह किताब भी प्रकाशित हो चुकीं हैं। इनकी एक पुस्तक भी प्रकाशित हो चुकी है। जिसका नाम पहला पन्ना है। ये अपने माध्यम से प्रगतिशील एवं मानवतावादी दृष्टि से पूर्ण कविताएं और कहानियां लिखते हैं।साथ ही अपने रचनाओं से अपनी संस्कृति व सभ्यता को सहेजने का काम करते हैं।इन्होंने अपने कविताओं के माध्यम से भारतीय जनचेतना को सर्वाधिक प्रभावित किया है।आलोक अभी दिल्ली विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग से अपनी स्नातक की पढ़ाई कर रहे हैं। आज पढ़ाई के साथ साथ साहित्य जगत में अपना नाम बना रहे हैं। इनके रचनाओं ने कई बड़े विद्वानों के सामने प्रौढ़ का प्रश्न लाकर खड़ा किया है। क्योंकि इतनी कम उम्र में समाज और लोगों के विचारों को पन्नों पर उकेरना मुश्किल होता है। आज भी निरन्तर साहित्य सेवा कर रहे हैं। इनके रचनाओं को कई बड़े साहित्यकार व कलाकारों ने सराहा है। आज अपने लेखन के माध्यम से अपने देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी अपने क्षेत्र का नाम रौशन कर रहे हैं।
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